“औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा रखी है। नालागढ़ और बद्दी उपमंडल में दर्जनों मकान ढह गए हैं और कई संरचनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। इससे 100 के करीब लोग बेघर हुए है जिन्हें सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया है।”
बीबीएन 04 / 09 / 2025 संतोष सेठ की रिपोर्ट
बारिश से लाखों रुपए के नुकसान का ब्यौरा दर्ज किया गया है। प्रभावितो की सूची में कोटला, चंदपुर, और आसपास के गांवों के परिवार शामिल हैं। सबसे ज्यादा असर नालागढ़ उपमंडल क्षेत्र में देखा गया, जहां बारिश से तीन कच्चे मकान पूरी तरह जमींदोज हो गए, और 21 पक्के मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए।
इन घटनाओं से लगभग 11 लाख रुपए का नुकसान आंका गया है। क्षति झेलने वालों में बेअंत राम पुत्र देव राम, जसवंत सिंह पुत्र सुख राम, हिमा राम पुत्र गोकल राम, राजेंद्र सिंह, जोगिंद्र सिंह, हरी सिंह, जयनाथ, ज्ञान चंद, प्रभूदयाल, मोहन सिंह, मीनाक्षी देवी, जयपाल, रोशन लाल समेत 24 परिवारों के नाम दर्ज किए गए हैं। ये सभी अपने-अपने गांवों में बारिश से मकानों में आई दरारों और दीवारों के गिरने से प्रभावित हुए हैं।
इसके अलावा 8 शौचालय पूरी तरह ढह गए, 9 पशुशाला भी ध्वस्त हो गई और तीन रिटेनिंग वॉल गिर गईं, जिनका कुल नुकसान लगभग दो लाख रुपए आंका गया। प्रभावित पशुपालकों में श्याम सिंह, धर्म सिंह, राम सिंह सहित कई अन्य ग्रामीण शामिल हैं, जिनकी रोज़मर्रा की आजीविका पर सीधा असर पड़ा है।
बद्दी डिवीजन के गोरखनाथ क्षेत्र में भी बारिश ने कहर ढाया। यहां एक दो मंजिला पक्का मकान पूरी तरह ढह गया, जिससे लगभग तीन लाख रुपए का नुकसान हुआ। इसके अलावा चार पक्के मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए, प्रत्येक का नुकसान करीब 20 हजार रुपये आंका गया।
वहीं, एक बड़ा रिहायशी मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गया, जिसका अनुमानित नुकसान 1.20 लाख रुपए दर्ज किया गया। बद्दी डिवीजन में कुल 53 लोग प्रभावित हुए हैं, जिनमें कुलदीप, अर्जुन, सुरेंद्र, जलसिंह, रामलाल और रामनिवास के परिवार प्रमुख हैं।
एसडीएम राजकुमार ने कहा कि प्रभावित लोग इस समय खुले आसमान और अस्थायी ठिकानों में जीवन काटने को मजबूर थे, जिन्हें प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि लगातार बारिश से हालात और बिगड़ सकते हैं, इसलिए प्रशासन से तुरंत राहत और स्थायी बहाली की गुहार लगाई गई है।