“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सोमवार को अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर में स्थानीय व्यापारियों और उद्यमियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने जीएसटी सुधारों से मिले लाभ पर चर्चा की और लोगों से अपील की कि वे “खरीदो स्वदेशी और बेचो स्वदेशी” का मंत्र अपनाएं”
ईटानगर 22 / 09 / 2025 द पॉलिटिक्स अगेन डेस्क
उन्होंने कहा कि भारत को आत्मनिर्भर बनाना ही “विकसित भारत” का लक्ष्य हासिल करने का रास्ता है और वे स्वयं स्थानीय उत्पादों के ब्रांड एंबेसडर हैं। वहीं स्थानीय व्यापारियों ने याद किया कि पहले उन्हें कई तरह के करों से जूझना पड़ता था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में “वन नेशन, वन टैक्स” यानी जीएसटी लागू होने से यह समस्या खत्म हो गई।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में जीएसटी का सरलीकरण एक और बड़ा मील का पत्थर है और यह संभव हुआ क्योंकि “मोदी हैं तो मुमकिन है।” व्यापारियों ने बताया कि नए कर सुधारों से निर्माण की लागत कम होगी, जिससे घर बनाना सस्ता होगा।
वहीं, सस्ती कच्ची सामग्री मिलने से स्थानीय उत्पाद भी कम कीमत पर उपलब्ध होंगे। होटल उद्योग से जुड़े प्रतिनिधियों ने कहा कि जीएसटी कटौती से घरेलू पर्यटन को नई ताकत मिलेगी, जबकि मत्स्य पालन और कृषि क्षेत्र को भी बड़ा लाभ होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने अनुभव साझा करते हुए लिखा, “जैसे आज सूरज उगा, वैसे ही जीएसटी बचत उत्सव के साथ भारत की आर्थिक यात्रा का नया अध्याय भी शुरू हुआ है।
अरुणाचल प्रदेश यानी भारत की खूबसूरत ‘लैंड ऑफ द राइजिंग सन’ से बेहतर जगह कोई नहीं हो सकती थी”। पीएम मोदी ने बताया कि स्थानीय व्यापारियों और खुदरा विक्रेताओं ने उन्हें चाय, अचार, हल्दी, बेकरी उत्पाद और हस्तशिल्प जैसे कई स्थानीय उत्पाद दिखाए और जीएसटी सुधारों को लेकर अपनी खुशी जताई। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने दुकानदारों को ‘गर्व से कहो ये स्वदेशी है’ लिखे हुए पोस्टर भी दिए, जिन्हें दुकानदारों ने अपनी दुकानों पर लगाने का वादा किया।
अरुणाचल प्रदेश दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने 5,100 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी और कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
इनमें 3,700 करोड़ रुपये से अधिक लागत के दो बड़े जलविद्युत परियोजनाएं-हीओ हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट (240 मेगावाट) और टाटो-I हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट (186 मेगावाट) शामिल हैं, जिन्हें अरुणाचल प्रदेश की सियोम नदी बेसिन में विकसित किया जाएगा।
इसके अलावा, पीएम मोदी ने तवांग में 9,820 फीट की ऊंचाई पर बनने वाले अत्याधुनिक कन्वेंशन सेंटर की आधारशिला भी रखी। यह केंद्र राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन, सांस्कृतिक उत्सव और प्रदर्शनियों का आयोजन करने के लिए एक अहम स्थल बनेगा।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने 1,290 करोड़ रुपये से अधिक लागत की कई बुनियादी ढांचा परियोजनाएं भी शुरू कीं। इनमें कनेक्टिविटी, स्वास्थ्य, अग्निशमन, कार्यरत महिला छात्रावास और अन्य सुविधाएं शामिल हैं। इन परियोजनाओं से क्षेत्र की आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी, जीवन स्तर सुधरेगा और संपर्क सुविधाएं बेहतर होंगी।